Channel: सुविचारों का दरिया😇
क्यू खामोशी है आज अपने बीच,
जाने क्या ये मामला हो गया है...
किसने रोकी जुबाने हमारी,
कितना अजब फासला हो गया है...
राते गुजरती नही आजकल ,
दिन भी कटने से कटते नही अब...
आओ मेरे गले तो लगो,
या नजरो मे सब फैसला हो गया है...💔😢
जाने क्या ये मामला हो गया है...
किसने रोकी जुबाने हमारी,
कितना अजब फासला हो गया है...
राते गुजरती नही आजकल ,
दिन भी कटने से कटते नही अब...
आओ मेरे गले तो लगो,
या नजरो मे सब फैसला हो गया है...💔😢
मिलने को तो हजारों लोग मिल जाएंगे
लेकिन मां जैसा अनमोल रत्न दोबारा नहीं मिलता
इसे हमेशा संभाल कर रखना, क्योंकि मां बोलने का दोबारा अवसर कभी नहीं मिलता।
हैप्पी मदर्स डे
लेकिन मां जैसा अनमोल रत्न दोबारा नहीं मिलता
इसे हमेशा संभाल कर रखना, क्योंकि मां बोलने का दोबारा अवसर कभी नहीं मिलता।
हैप्पी मदर्स डे
रूह के रिश्तों की यह गहराइयां तो देखिए
चोट लगती है हमें और चिल्लाती है मां,
हम खुशियों में मां को भले ही भूल जाएं
जब मुसीबत आ जाए तो याद आती है मां!
चोट लगती है हमें और चिल्लाती है मां,
हम खुशियों में मां को भले ही भूल जाएं
जब मुसीबत आ जाए तो याद आती है मां!
तीव्र बुद्धि वाले लोग आत्मा
परमात्मा की चर्चा करते हैं।
मध्यम बुद्धि वाले संसार की
घटनाओं पर चर्चा करते हैं।
और कम बुद्धि वाले तो एक
दूसरे की निंदा चुगली करते हैं।
🌺🌸 नमस्कारं 🌸🌺
अगर जीवन में सफलता प्राप्त करनी है
तो मेहनत पर विश्वास करें!
किस्मत की आजमाईश तो जुए में होती हैं..
तो मेहनत पर विश्वास करें!
किस्मत की आजमाईश तो जुए में होती हैं..
उसकी आँखों में अब हया चश्मे नहीं है
अब उसकी बातों में लजाकत नहीं है
अरे तुमने मोहब्बत कैसे कर लिया उससे
ये जानते हुए कि वो मोहब्बत केे क़ाबिल नहीं है
अब उसकी बातों में लजाकत नहीं है
अरे तुमने मोहब्बत कैसे कर लिया उससे
ये जानते हुए कि वो मोहब्बत केे क़ाबिल नहीं है
तकलीफ़ तब होती है जब गलतफहमियां रिश्तों पर भारी पड़ने लगती हैं...
मगर आप इतने थक चुके हैं रिश्ते से की बचाना नहीं चाहते...!!
मगर आप इतने थक चुके हैं रिश्ते से की बचाना नहीं चाहते...!!
विचार कितने ही उत्तम क्यों न हो,
जब तक व्यवहार में नहीं आते तब
तक उनका कोई महत्व नहीं।
जब तक व्यवहार में नहीं आते तब
तक उनका कोई महत्व नहीं।
जेब में रखा पेन कोई मांग ले,हम लोग देने में हिचकिचाते है.ये बेटी वाले क्या जिगर रखते है,जो कलेजे का टुकड़ा सौंप देते है!!
और बेशर्म है वो लोग जो इतनी कीमती चीज लेने के बाद भी कीमत मांगते है!!
और बेशर्म है वो लोग जो इतनी कीमती चीज लेने के बाद भी कीमत मांगते है!!
हर चुभने वालीं चीज़ का
मकसद गलत नहीं होता..
सुई जब चलती है तो बेहतरीन
पोशाख बना देती हैं..!!
🌺🌸 नमस्कारं 🌸🌺
मकसद गलत नहीं होता..
सुई जब चलती है तो बेहतरीन
पोशाख बना देती हैं..!!
🌺🌸 नमस्कारं 🌸🌺
🌺 सुप्रभात संदेश 🌺
माली प्रतिदिन पौधों में
पानी देता है मगर फल
सिर्फ मौसम में ही आता है।
इसीलिये जीवन में धैर्य रखें,
प्रत्येक चीज अपने समय पर होगी।
प्रतिदिन बेहतर काम करें,
समय पर फल जरुर मिलेगा।
नेक लोगों की संगत से हमेशा
भलाई ही मिलती हैं क्योंकि
हवा जब फूलो से गुज़रती है,
तो वो भी खुश्बुदार हो जाती हैं।
माली प्रतिदिन पौधों में
पानी देता है मगर फल
सिर्फ मौसम में ही आता है।
इसीलिये जीवन में धैर्य रखें,
प्रत्येक चीज अपने समय पर होगी।
प्रतिदिन बेहतर काम करें,
समय पर फल जरुर मिलेगा।
नेक लोगों की संगत से हमेशा
भलाई ही मिलती हैं क्योंकि
हवा जब फूलो से गुज़रती है,
तो वो भी खुश्बुदार हो जाती हैं।
सफलता की यात्रा में धूप का
बड़ा महत्व है, क्यूंकि छाँव मिलते
ही कदम रुकने लगते है
बड़ा महत्व है, क्यूंकि छाँव मिलते
ही कदम रुकने लगते है
अगर ज़िंदगी को खुशहाल
बनाना चाहते हो, तो अपने
विचारों को चुनना सीखो।
हमारे विचार व व्यवहार ही
हमारी प्रशन्नता, और व्यथित
होने के परिचायक है,,!!
बनाना चाहते हो, तो अपने
विचारों को चुनना सीखो।
हमारे विचार व व्यवहार ही
हमारी प्रशन्नता, और व्यथित
होने के परिचायक है,,!!
जिंदगी मिली है तो
कुछ करके दिखाओ,
अगर वक्त खराब है तो
उसे बदल कर भी दिखाओ।
🌺🌸 नमस्कारं 🌸🌺
इस दुनिया में सब कुछ भ्रम दिखता है,
सुना है सबको अपना मन नर्म सा दिखता है...
देखने का हर एक का अपना नज़रिया है,
मैं चाँद भी देखूँ तो गर्म सा लगता है...
मैने तो निगाहों में बस उसको ही बसा रखा है,
अब किसी और को देखूं तो जुर्म सा लगता है...
सुना है सबको अपना मन नर्म सा दिखता है...
देखने का हर एक का अपना नज़रिया है,
मैं चाँद भी देखूँ तो गर्म सा लगता है...
मैने तो निगाहों में बस उसको ही बसा रखा है,
अब किसी और को देखूं तो जुर्म सा लगता है...
थके हारे पुरूष से कभी दो बातें की हो तो जानो,
उसके माथे को ढकी हुई शिकन पढ़ी हो तो जानो...
पुरुष न जाने कितने एहसास मन के भीतर छुपाये फिरता है,
फिर भी हर शाम थका मांदा स्त्री के तानों में घिरता है..
पुरुष की लिखी प्रत्येक कविता ने स्त्री को,
चाँद का हुस्न,सुरमईआंखें और झरनों की खनकती पाज़ेब लिखा,
और स्त्री की कलम ने सदैव,
पुरूष की आंखों को एक फ़रेब लिखा...🥺
उसके माथे को ढकी हुई शिकन पढ़ी हो तो जानो...
पुरुष न जाने कितने एहसास मन के भीतर छुपाये फिरता है,
फिर भी हर शाम थका मांदा स्त्री के तानों में घिरता है..
पुरुष की लिखी प्रत्येक कविता ने स्त्री को,
चाँद का हुस्न,सुरमईआंखें और झरनों की खनकती पाज़ेब लिखा,
और स्त्री की कलम ने सदैव,
पुरूष की आंखों को एक फ़रेब लिखा...🥺
सीने में जलन, आँखों में तूफ़ान-सा क्यों है,
इस शहर में हर शख़्स परेशा न-सा क्यों है,
दिल है तो धड़कने का बहाना कोई ढूँढे,
पत्थर की तरह बेहिस-ओ-बेजान-सा क्यों है,
तन्हाई की ये कौन-सी मंज़िल है रफ़ीक़ो,
ता-हद्द-ए-नज़र एक बियाबान-सा क्यों है,
हमने तो कोई बात निकाली नहीं ग़म की,
वो ज़ूद-ए-पशेमान, परेशान-सा क्यों है,
क्या कोई नई बात नज़र आती है हममें,
आईना हमें देख के हैरान-सा क्यों है।
💝
इस शहर में हर शख़्स परेशा न-सा क्यों है,
दिल है तो धड़कने का बहाना कोई ढूँढे,
पत्थर की तरह बेहिस-ओ-बेजान-सा क्यों है,
तन्हाई की ये कौन-सी मंज़िल है रफ़ीक़ो,
ता-हद्द-ए-नज़र एक बियाबान-सा क्यों है,
हमने तो कोई बात निकाली नहीं ग़म की,
वो ज़ूद-ए-पशेमान, परेशान-सा क्यों है,
क्या कोई नई बात नज़र आती है हममें,
आईना हमें देख के हैरान-सा क्यों है।
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फिर से अब मेरा जी भर गया है जीनेँ से...
कोई आओ फिर लगाओ मुझे सीनें से...
दो दिलासा कि ज़रूरी हैं हंसते रहना...
बुरी लगती है अंगूठी टूटे नगीनें से...
मैं क़िस्मत में नहीं मानता था पहले...
मगर मानने लगा हूं अब चंद महीने से...
सुना था बुरा करनें पर बुरा होता है...
गलत लगी ये बात आज देखा जब खुद आईने में...!!
कोई आओ फिर लगाओ मुझे सीनें से...
दो दिलासा कि ज़रूरी हैं हंसते रहना...
बुरी लगती है अंगूठी टूटे नगीनें से...
मैं क़िस्मत में नहीं मानता था पहले...
मगर मानने लगा हूं अब चंद महीने से...
सुना था बुरा करनें पर बुरा होता है...
गलत लगी ये बात आज देखा जब खुद आईने में...!!
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