Channel: बेनाम शायर💌✍️
वो जितनी बार भी लौटा, उसने मेरा दरवाज़ा खुला पाया
शायद इसलिए उसका दिल दुबारा जाने से नहीं कतराया....!!
@kataizaharila
शायद इसलिए उसका दिल दुबारा जाने से नहीं कतराया....!!
@kataizaharila
💞 उसने कहा हम दिन और रात जैसे है,
कभी एक नही हो सकते..!!*
मैंने कहा आओ शाम को मिलते है....!!❤️
#smile_please
@muskurate_raho
@kataizaharila
कभी एक नही हो सकते..!!*
मैंने कहा आओ शाम को मिलते है....!!❤️
#smile_please
@muskurate_raho
@kataizaharila
खुद को सही
मुझको गलत लिख दो,,
मुझको ज़मीन
खुद को फलक लिख दो,,
पर लिखो मुझे हमेशा अपने ही साथ
यूं ना हो की मुझको, तुम अलग लिख दो.....!!
@kataizaharila
मुझको गलत लिख दो,,
मुझको ज़मीन
खुद को फलक लिख दो,,
पर लिखो मुझे हमेशा अपने ही साथ
यूं ना हो की मुझको, तुम अलग लिख दो.....!!
@kataizaharila
सुनो,
उसने पूछा... सात जन्म तक साथ दोगे न मेरा...?
हमने कहा.. ये तुम तय करो....
हम सिर्फ मोहब्बत करेंगे........
@kataizaharila
उसने पूछा... सात जन्म तक साथ दोगे न मेरा...?
हमने कहा.. ये तुम तय करो....
हम सिर्फ मोहब्बत करेंगे........
@kataizaharila
लबों पे आके ठहर गई, बातें कुछ अनकही सी,
ज़िद थी इस बार, शुरुआत वो करे ।
आंखे दर्द बयां कर रही थी, पर दिल ज़िद पे अड़ा था,
वो रूठा था किसी बात पे, और वो अड़ी थी अपने सम्मान पे ।
खता थी न दोनों की, फिर भी खफा दोनों थे,
एक को खोने का डर था, दूजे की वफा पे प्रश्न था ।
वो प्रेम की गहराई उसकी जाने, वो अपना प्रेम उसी को माने,
फिर कैसी ज़िद पे दोनों अडे है, साथ होके क्यों अलग खड़े हैं।
प्रेम विरह
@kataizaharila
ज़िद थी इस बार, शुरुआत वो करे ।
आंखे दर्द बयां कर रही थी, पर दिल ज़िद पे अड़ा था,
वो रूठा था किसी बात पे, और वो अड़ी थी अपने सम्मान पे ।
खता थी न दोनों की, फिर भी खफा दोनों थे,
एक को खोने का डर था, दूजे की वफा पे प्रश्न था ।
वो प्रेम की गहराई उसकी जाने, वो अपना प्रेम उसी को माने,
फिर कैसी ज़िद पे दोनों अडे है, साथ होके क्यों अलग खड़े हैं।
प्रेम विरह
@kataizaharila
बिछड़ गया है तो , अब उसका साथ क्या माँगू..
ज़रा सी उम्र है , ग़म से निज़ात क्या माँगू..
वो होता अगर..... तो होती ज़रूरतें भी बहुत
अकेली ज़ात के लिए ,,मैं क़ायनात क्या माँगू?..
@kataizaharila
ज़रा सी उम्र है , ग़म से निज़ात क्या माँगू..
वो होता अगर..... तो होती ज़रूरतें भी बहुत
अकेली ज़ात के लिए ,,मैं क़ायनात क्या माँगू?..
@kataizaharila
ज़िंदगी मे उस मुकाम पर आकर खड़ा हूँ,,,,,✍️
सांसे तो चल रही है मगर ज़ीने का इरादा नही,,,,,,✍️
@kataizaharila
सांसे तो चल रही है मगर ज़ीने का इरादा नही,,,,,,✍️
@kataizaharila
सहर तक तुम जो आ जाते, तो मंज़र देख सकते थे
दिए पलकों पे रक्खे थे, शिकन बिस्तर पे रक्खी थी ❤️🥹
@kataizaharila
दिए पलकों पे रक्खे थे, शिकन बिस्तर पे रक्खी थी ❤️🥹
@kataizaharila
पाल रखे हैं शौक मरने के, हर ग़म से है गुजर जाना,
तुझे न पाकर भी चाहते रहना, इसमें सबसे ऊपर माना।
इश्क़ का ये फ़लसफ़ा है, दिल ने बख़ूबी समझा,
तेरे बिना भी ज़िन्दगी को, हमे हँसते-हँसते है जीते जाना।
@kataizaharila ©
तुझे न पाकर भी चाहते रहना, इसमें सबसे ऊपर माना।
इश्क़ का ये फ़लसफ़ा है, दिल ने बख़ूबी समझा,
तेरे बिना भी ज़िन्दगी को, हमे हँसते-हँसते है जीते जाना।
@kataizaharila ©
बहुत गिड़गिड़ाए हम तुम्हारे सामने अब और नहीं
तुमको तुम्हारा हमसफर मुबारक,
और मुझे मेरा अधूरा इश्क।।🥀🖤✨
@kataizaharila
तुमको तुम्हारा हमसफर मुबारक,
और मुझे मेरा अधूरा इश्क।।🥀🖤✨
@kataizaharila
भावनाओं की अंगीठी पर...विरह की मद्धम आंच में... धीमे धीमे जो प्रेम पकता है उसका ज़ायका बेहतरीन होता है...बहुत बेहतरीन... एकदम कड़क चाय की तरह..!💝
@kataizaharila
@kataizaharila
और कहा उसने कि तुम-से और मिलेंगे। हमने उसे देखा, ठीक चले जाने के पहले। उसकी आँखों की नमी उसके शब्दों के तीखेपन से कोसों दूर थी। कई बार, बिछड़ने से ठीक पहले चोट पहुंचाना जरूरी होता है, ताकि पीछे छूट जाने वाला इंतजार न करे...
हमने हँस कर कहा था, 'काश! तुम्हारे बारे में भी हम यही कह सकते। तुम-सी मिलेंगी... पर मुझे, तुम चाहिए।' लेकिन सुनने से पहले ही वह जा चुकी थी। ❤
#smile_please
@muskurate_raho
@kataizaharila
हमने हँस कर कहा था, 'काश! तुम्हारे बारे में भी हम यही कह सकते। तुम-सी मिलेंगी... पर मुझे, तुम चाहिए।' लेकिन सुनने से पहले ही वह जा चुकी थी। ❤
#smile_please
@muskurate_raho
@kataizaharila
किसी की छोड़ी हुई मोहब्बत से दोस्ती कभी न करो, इसलिए नही की वो बेवफ़ा होगी
वो तो अपने अकेलपन को दूर करेगी
और तुम्हें उससे मोहब्बत हो जाएगी..
@kataizaharila
वो तो अपने अकेलपन को दूर करेगी
और तुम्हें उससे मोहब्बत हो जाएगी..
@kataizaharila
झील सी आँखों का ख्वाब बता दो,
इन गुलाबी होठों का राज बता दो,
आखों में तो इश्क नजर आता नहीं..
फिर इन शरारती मुस्कानों का राज बता दो।
@kataizaharila
इन गुलाबी होठों का राज बता दो,
आखों में तो इश्क नजर आता नहीं..
फिर इन शरारती मुस्कानों का राज बता दो।
@kataizaharila
एक लड़की है जिससे मैं इश्क़ करता हूँ,
उसके चेहरे को मैं ताउम्र देख सकता हूँ.।
उसकी आँखों मे दिखती है मेरी पूरी दुनियाँ,
मैं सिर्फ उसकी आँखों तक सीमित रह सकता हूँ.।
वो बोलती है तो लगता है जैसे बोले रहीं कोयल,
मैं उसकी बक बक भी शौक से सुन सकता हूँ.।
वो साथ होती है तो जमी भी लगती है जन्नत,
मैं उसके साथ सात जन्म भी गुजार सकता हूँ.
वो अगर रूठ जाए तो लगता है रुक रहीं साँसे,
मैं उसे मनाने के लिए उसके कदमों मे गिर सकता हूँ.
एक लड़की है जिसे मैं इश्क करता हूँ,
हाँ एक लड़की है जिसे मैं इश्क करता हूँ..
@kataizaharila
उसके चेहरे को मैं ताउम्र देख सकता हूँ.।
उसकी आँखों मे दिखती है मेरी पूरी दुनियाँ,
मैं सिर्फ उसकी आँखों तक सीमित रह सकता हूँ.।
वो बोलती है तो लगता है जैसे बोले रहीं कोयल,
मैं उसकी बक बक भी शौक से सुन सकता हूँ.।
वो साथ होती है तो जमी भी लगती है जन्नत,
मैं उसके साथ सात जन्म भी गुजार सकता हूँ.
वो अगर रूठ जाए तो लगता है रुक रहीं साँसे,
मैं उसे मनाने के लिए उसके कदमों मे गिर सकता हूँ.
एक लड़की है जिसे मैं इश्क करता हूँ,
हाँ एक लड़की है जिसे मैं इश्क करता हूँ..
@kataizaharila
Perfect line for an ignoring people:
अंदाज़ हमे भी आते है नज़र अंदाज़ करने के,
मगर तू भी इस तकलीफ से गुजरे ये हमें गवारा नहीं
#smile_please
@muskurate_raho
@kataizaharila
अंदाज़ हमे भी आते है नज़र अंदाज़ करने के,
मगर तू भी इस तकलीफ से गुजरे ये हमें गवारा नहीं
#smile_please
@muskurate_raho
@kataizaharila
तय न कर सके
उन फ़ासलों को हम
दरमियाँ हमारे दूरी
कदमों की नहीं
अहम की थी
…और एक रिश्ता टूट गया
@kataizaharila
उन फ़ासलों को हम
दरमियाँ हमारे दूरी
कदमों की नहीं
अहम की थी
…और एक रिश्ता टूट गया
@kataizaharila
क्या-क्या छुपाओगे?
शक़्ल छुपाई तो आवाज़
से प्यार हो गया,
जिस्म छुपाया और
अंदाज़ से प्यार हो गया,
मेरी तो फितरत में ही इश्क़ है!
और तुम्हारी किस्मत में इश्क़ है!
@kataizaharila
शक़्ल छुपाई तो आवाज़
से प्यार हो गया,
जिस्म छुपाया और
अंदाज़ से प्यार हो गया,
मेरी तो फितरत में ही इश्क़ है!
और तुम्हारी किस्मत में इश्क़ है!
@kataizaharila
दिल ने तेरी पूजा की, दिल ने तुझको रब माना
दिल की ये नादानी थी जो दिल्लगी को ना जाना
जब चोट लगी तो ये जाना,
झूठा था हर अफसाना...💔
@kataizaharila
दिल की ये नादानी थी जो दिल्लगी को ना जाना
जब चोट लगी तो ये जाना,
झूठा था हर अफसाना...💔
@kataizaharila
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