Channel: .ৣ̶̶͜͡⃝💖शायरो۞की महफिल༊༤🌍༨༗💖🕊️🕊️🕊️🕊️
सुनो तो
ना सिकवा कर ना शिकायत कर
थोड़ा बात को समझ थोड़ा इंतजार
कर
Irfan...✍️
ना सिकवा कर ना शिकायत कर
थोड़ा बात को समझ थोड़ा इंतजार
कर
Irfan...✍️
सुनो तो
आज इंतजार का भी हमने मज़ा चखा है
सब्र क्या होता है ये आज पता चला है
11.4.2024 thursday 6:35pm
आज इंतजार का भी हमने मज़ा चखा है
सब्र क्या होता है ये आज पता चला है
11.4.2024 thursday 6:35pm
Suno
देखा है जिंदगी को इतने करीब से
तमाम चेहरे लगने लगे है अजीब से
क्या शिकवा शिकायत करे गैरो से
यहा अपने ही वार करते है नसीब से
दागदार करते है औरत की इज्जत
बड़ी शान से
क्यू भूल जाते है वो भी जन्मे है
एक मां से
रिश्ते निभाने को जो सोचते है अक्सर
तन्हा रह जाते है वो जो ज़ात पात
के नाम से
जरुरी नही हर रिश्ते बने खून से
ए इरफान
निभाए जाते है रिश्ते यहां
अच्छे किरदार से
irfan...✍️
देखा है जिंदगी को इतने करीब से
तमाम चेहरे लगने लगे है अजीब से
क्या शिकवा शिकायत करे गैरो से
यहा अपने ही वार करते है नसीब से
दागदार करते है औरत की इज्जत
बड़ी शान से
क्यू भूल जाते है वो भी जन्मे है
एक मां से
रिश्ते निभाने को जो सोचते है अक्सर
तन्हा रह जाते है वो जो ज़ात पात
के नाम से
जरुरी नही हर रिश्ते बने खून से
ए इरफान
निभाए जाते है रिश्ते यहां
अच्छे किरदार से
irfan...✍️
Suno
तेरी बंदगी से बढ़कर
कुछ भी नही जहां मैं
इश्क मैं भूल गए है फर्क
मेहबूब और खुदा मैं
सारा वक्त लिए बैठे है
मेहबूब को मनाने मैं
लेकिन वक्त कहा है इनके
पास खुदा को मनाने मैं
वक्त बुरा हो खुदा को याद
करते है
कोई कसर नही छोड़ते है
ये लोगो को रुलाने में
कैसे मानेगा खुदा लगे है
खुदा को मनाने में
irfan...✍️
तेरी बंदगी से बढ़कर
कुछ भी नही जहां मैं
इश्क मैं भूल गए है फर्क
मेहबूब और खुदा मैं
सारा वक्त लिए बैठे है
मेहबूब को मनाने मैं
लेकिन वक्त कहा है इनके
पास खुदा को मनाने मैं
वक्त बुरा हो खुदा को याद
करते है
कोई कसर नही छोड़ते है
ये लोगो को रुलाने में
कैसे मानेगा खुदा लगे है
खुदा को मनाने में
irfan...✍️
Suno
खैर तुम कैसे हो अब क्या हालात है
दीदार हुए उसके या अधूरी मुलाकात
है
Irfan...✍️
12,4,24 friday 8:30pm
खैर तुम कैसे हो अब क्या हालात है
दीदार हुए उसके या अधूरी मुलाकात
है
Irfan...✍️
12,4,24 friday 8:30pm
sᴜɴᴏ
एक शक्श देखो कुछ यू बदल गया
नाराज था मैं मनाने से वो मुकर गया
irfan...✍️
एक शक्श देखो कुछ यू बदल गया
नाराज था मैं मनाने से वो मुकर गया
irfan...✍️
sᴜɴᴏ
सबसे यूं मिला जैसे दिल
मैं कोई दर्द नही
जख्म थे बेहिसाब और
मरहम लगाने वाला कोई नही
irfan...✍️
सबसे यूं मिला जैसे दिल
मैं कोई दर्द नही
जख्म थे बेहिसाब और
मरहम लगाने वाला कोई नही
irfan...✍️
sᴜɴᴏ
उसकी मोहब्बत मैं
दिल परेशान तो होगा
वहा करेगा वो रोशन
महफिल यहां दिल जला होगा
irfan...✍️
उसकी मोहब्बत मैं
दिल परेशान तो होगा
वहा करेगा वो रोशन
महफिल यहां दिल जला होगा
irfan...✍️
Suno
लगा लेना अपनी
आंखो मैं काजल जरा
ख्वाब बनकर दाखिल
होने का इरादा है मेरा
चूम लेना अपने लबों
को मेरे लबों से जरा
सांसों मै खुशबू बनकर
महेकना है काम मेरा
समेट लेना अपनी
बाहों में तुम मुझे जरा
तेरी बाहों मै बिखर जाने
का इरादा हैं मेरा
कैद कर लेना अपनी
जुल्फो मैं मुझे तुम
कैदी बन कर साथ
निभाने का इरादा है मेरा
irfan...✍️
लगा लेना अपनी
आंखो मैं काजल जरा
ख्वाब बनकर दाखिल
होने का इरादा है मेरा
चूम लेना अपने लबों
को मेरे लबों से जरा
सांसों मै खुशबू बनकर
महेकना है काम मेरा
समेट लेना अपनी
बाहों में तुम मुझे जरा
तेरी बाहों मै बिखर जाने
का इरादा हैं मेरा
कैद कर लेना अपनी
जुल्फो मैं मुझे तुम
कैदी बन कर साथ
निभाने का इरादा है मेरा
irfan...✍️
sᴜɴᴏ
कोई कसर ना रखी थी मैने
तुम्हे अपना बनाने मैं
एक तुम ही थे जो लगे थे
मुझे आजमाने मैं
मैने तो बचाना था तुम्हे दुनिया
की गंदी निगाहों से
तुमने तो सवालों के खंजर ही
उतार दिए मेरे सीने मैं
कसूर नही था मेरा फिर भी
कसूरवार ठहराया
क्या यही भरोसे का पैमाना
था तेरी मोहब्बत मैं
वो कहती है बहुत मोहब्बत
करती हु तुमसे
तुम्हे तो फुर्सत ही नहीं लौट
आओ आशियाने मैं
इरफान तो करता रहा इंतजार
उसका मोहब्बत की राहों मैं
उसने मोहब्बत ही छोड़ दी थी
गुजरे ज़माने मैं
irfan...✍️
कोई कसर ना रखी थी मैने
तुम्हे अपना बनाने मैं
एक तुम ही थे जो लगे थे
मुझे आजमाने मैं
मैने तो बचाना था तुम्हे दुनिया
की गंदी निगाहों से
तुमने तो सवालों के खंजर ही
उतार दिए मेरे सीने मैं
कसूर नही था मेरा फिर भी
कसूरवार ठहराया
क्या यही भरोसे का पैमाना
था तेरी मोहब्बत मैं
वो कहती है बहुत मोहब्बत
करती हु तुमसे
तुम्हे तो फुर्सत ही नहीं लौट
आओ आशियाने मैं
इरफान तो करता रहा इंतजार
उसका मोहब्बत की राहों मैं
उसने मोहब्बत ही छोड़ दी थी
गुजरे ज़माने मैं
irfan...✍️
Suno
मैने तुझे समझना चाहा
तूने समझा ही नहीं मुझे
लो में खामोश हो गया
अब कुछ नही कहना तुझे
Irfan...✍️
18.4.24 thursday 9:00pm
मैने तुझे समझना चाहा
तूने समझा ही नहीं मुझे
लो में खामोश हो गया
अब कुछ नही कहना तुझे
Irfan...✍️
18.4.24 thursday 9:00pm
sᴜɴᴏ
और कितना दूर जाऊ मैं
अपनी यादों से ए इरफान
अब तो अपना अक्स भी मुझे
अनजाना सा लगता है
कोई आवाज दे मुझे अपना तो
वो शख्स भी पराया लगता है
irfan...✍️
और कितना दूर जाऊ मैं
अपनी यादों से ए इरफान
अब तो अपना अक्स भी मुझे
अनजाना सा लगता है
कोई आवाज दे मुझे अपना तो
वो शख्स भी पराया लगता है
irfan...✍️
Suno
फितरत थी उसकी धोका देना
धोके से हर बार धोके दिए
गलतफहमी मैं थे वो के हम
धोके मैं है जो इतने हमे धोके
दिए
irfan...✍️
फितरत थी उसकी धोका देना
धोके से हर बार धोके दिए
गलतफहमी मैं थे वो के हम
धोके मैं है जो इतने हमे धोके
दिए
irfan...✍️
sᴜɴᴏ
तेरी इजाजत हो और तू ही तू रहे
मुझ में तेरे एहसास तेरे जज़्बात रहे
बाकी ना मैं रहूं ना मेरी आरजू रहे
मुझमें अब तेरी ही जुस्तजू रहे
जब तक हो धड़कता दिल मेरा
हर धड़कन मैं सिर्फ तेरा नाम रहे
लू जब भी सांसे मैं उन सांसों में
महक जाऊ में सांसों की खुशबू रहे
जब तक जिस्म मैं जान रहे
तू ही मेरा हमनवा हमराज रहे
बस तेरा ही हो जिक्र हमेशा
और जुबान पर तेरा नाम रहे
irfan...✍️
तेरी इजाजत हो और तू ही तू रहे
मुझ में तेरे एहसास तेरे जज़्बात रहे
बाकी ना मैं रहूं ना मेरी आरजू रहे
मुझमें अब तेरी ही जुस्तजू रहे
जब तक हो धड़कता दिल मेरा
हर धड़कन मैं सिर्फ तेरा नाम रहे
लू जब भी सांसे मैं उन सांसों में
महक जाऊ में सांसों की खुशबू रहे
जब तक जिस्म मैं जान रहे
तू ही मेरा हमनवा हमराज रहे
बस तेरा ही हो जिक्र हमेशा
और जुबान पर तेरा नाम रहे
irfan...✍️
sᴜɴᴏ
बहुत कुछ कहना होता
है मुझे तुमसे
लेकिन खुद को समेट लिया
करता हु
एक तू ही रही है मेरी नज़रों में
मैं खुद को अपने ही दायरे मैं
कैद कर लिया करता हु
मायने नही रखते अब ये
महफिल मेरे लिए
मैं तन्हा खुद से ही बात
कर लिया करता हु
irfan...✍️
बहुत कुछ कहना होता
है मुझे तुमसे
लेकिन खुद को समेट लिया
करता हु
एक तू ही रही है मेरी नज़रों में
मैं खुद को अपने ही दायरे मैं
कैद कर लिया करता हु
मायने नही रखते अब ये
महफिल मेरे लिए
मैं तन्हा खुद से ही बात
कर लिया करता हु
irfan...✍️
sᴜɴᴏ
जान तुम्हारा भी याद आना
कमाल होता है
आंखो मैं जैसे एक सैलाब
होता है
कभी तो वो खुद आकर
दीदार दे
जिस पर मेरा दिल जांनिसार
होता है
irfan...✍️
जान तुम्हारा भी याद आना
कमाल होता है
आंखो मैं जैसे एक सैलाब
होता है
कभी तो वो खुद आकर
दीदार दे
जिस पर मेरा दिल जांनिसार
होता है
irfan...✍️
sᴜɴᴏ
ए जिंदगी हैरत है मुझे
अपनी जिंदगी पर
जिस्म तो मेरा है लेकिन
सांसे उसकी चल रही है
irfan...✍️
ए जिंदगी हैरत है मुझे
अपनी जिंदगी पर
जिस्म तो मेरा है लेकिन
सांसे उसकी चल रही है
irfan...✍️
सुनो तो...
तुम्हे चाहे ना हो जरूरत हमारी
मुझे तो है सिर्फ जरूरत तुम्हारी
Irfan...✍️ 23:4:24 tue 4:10pm
तुम्हे चाहे ना हो जरूरत हमारी
मुझे तो है सिर्फ जरूरत तुम्हारी
Irfan...✍️ 23:4:24 tue 4:10pm
sᴜɴᴏ
तेरो महक तेरी चाहत
तेरी यादें लाए है
आज हम फिर से तेरी
महफिल मैं आए है
irfan...✍️ Old 1
तेरो महक तेरी चाहत
तेरी यादें लाए है
आज हम फिर से तेरी
महफिल मैं आए है
irfan...✍️ Old 1
sᴜɴᴏ
वफा की हैं हमने अक्सर
हम बेवफाई नही करते
तुम्हे देखती है मेरी आंखे
गेर को देखना मुनासिब नही
समझते
धड़कता है दिल तेरे लिए
वो दिल की सदा नही सुनते
बेइंतेहा मोहब्बत है तुमसे
लेकिन हम तुम्हे रुसवा नही
करते
Irfan...✍️ Old 1
वफा की हैं हमने अक्सर
हम बेवफाई नही करते
तुम्हे देखती है मेरी आंखे
गेर को देखना मुनासिब नही
समझते
धड़कता है दिल तेरे लिए
वो दिल की सदा नही सुनते
बेइंतेहा मोहब्बत है तुमसे
लेकिन हम तुम्हे रुसवा नही
करते
Irfan...✍️ Old 1
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